रिस्पना व बिंदाल नदी के किनारे अवैध निर्माण हमेशा चर्चाओं में रहे हैं लेकिन कभी इन्हें हटाने की किसी ने जहमत नहीं उठाई। लेकिन इस बार नगर निगम पूरी तैयारी कर चुका है। अवैध निर्माण को मंडे से ध्वस्त करने का निर्णय लिया गया है। नगर निगम की टीम पुलिस फोर्स की मौजूदगी में संडे सुबह जेसीबी के साथ चूना भ_ा से अवैध निर्माण हटाना शुरू करेगी। जो डालनवाला चंदर रोड बस्ती तक की जाएगी। पुलिस की ओर से उक्त क्षेत्र में संडे को निरीक्षण भी कर लिया गया है। एनजीटी के निर्देश के क्रम में 2016 के बाद किए गए निर्माण को ध्वस्त किया जाना है।
रिस्पना नदी के किनारे अतिक्रमण को ध्वस्त करने की कार्रवाई एनजीटी के आदेश के क्रम में की जा रही है। जिसके क्रम में नगर निगम ने रिस्पना नदी किनारे काठबंगला बस्ती से लेकर मोथरोवाला के बीच के 13 किलोमीटर भाग पर 27 मलिन बस्तियों का सर्वे किया। इनमें वर्ष 2016 के बाद 524 अतिक्रमण पाए गए। 89 अतिक्रमण नगर निगम की भूमि पर, जबकि 12 नगर पालिका मसूरी और 11 राजस्व भूमि पर पाए गए।
दूसरी तरफ नगर निगम के नियंत्रण में रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए जिस भूमि को एमडीडीए के नियंत्रण में दिया गया था, उस पर 414 से अधिक अतिक्रमण होने की बात सामने आई है। बाकी विभागों/एजेंसियों को छोड़कर नगर निगम ने आपत्तियों की सुनवाई के बाद 73 अतिक्रमण की अंतिम सूची तैयार की। जिन पर आज से कार्रवाई की जा रही है। इसे लेकर बीते शनिवार को एसएसपी अजय सिंह की अध्यक्षता में बैठक कर रणनीति तैयार की गई।