
कुमाऊं विजिलेंस की टीम ने मुख्य आंगनबाड़ी वर्कर को दो हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। वहीं, अब भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर विजिलेंस की ओर से आगे की कार्रवाई की जा रही है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कमलेश निवासी वार्ड 6 शिशु मंदिर के पास को उसके घर के पास से गिरफ्तार किया। कमलेश ने एक छात्रा से नंदा गोरा योजना में मिलने वाली धनराशि के फार्म में लगने वाले प्रमाण पत्र की एवज में धनराशि मांगी थी।
विजिलेंस को टोल फ्री नंबर 1064 पर एक शिकायत मिली थी। जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि उसकी बहन ने सितारगंज के सरकारी इंटर कॉलेज से पढ़ाई की है। उसे स्कॉलरशिप के 40 हजार रुपए मिलने है, लेकिन आरोप था कि 10 हजार रुपए स्कूल की प्रिंसिपल और 10 हजार रुपए आंगनबाड़ी वर्कर मांग रही है।
आरोपी आंगनबाड़ी वर्कर ने 5 मार्च को रिश्वत की धनराशि लेकर शिकायतकर्ता को बुलाया था। इस शिकायत की जांच से प्रथम दृष्टया सही पाए जाने पर पुलिस उपाधीक्षक विजिलेंस हल्द्वानी अनिल सिंह मनराल ने अपने पर्यवेक्षण में तत्काल ट्रैप टीम का गठन किया। इस पर टीम ने मंगलवार को कमलेश को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।