रुड़की सिविल अस्पताल में बुधवार को कुत्ते काटने के करीब 70 मामले दर्ज किए गए हैं। जिनमें से एक मरीज को एंटी रेबीज इंजेक्शन के साथ सीरम भी लगाया गया है। इसको लेकर चिकित्सकों ने चिंता जाहिर की है।
रुड़की शहर से लेकर देहात तक आवारा कुत्तों के काटने के मामलों में दिन पर दिन इजाफा हो रही है। सड़कों से लेकर गली-मोहल्ले तक कुत्ते के काटने के मामले सामने आने के कारण लोगों में डर का माहौल है।
इस संबंध में सिविल अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. मोहम्मद दानिश ने बताया कि कुत्ते सबसे अधिक संख्या में बच्चों पर हमले कर रहे हैं। ऐसे में हर रोज 15 से 20 बच्चे कुत्ते के हमले में घायल होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं।