चारधाम यात्रा के दौरान अब तक कुल 52 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकतर श्रद्धालु 60 साल से अधिक आयु के हैं।इनमें बदरीनाथ में 14, केदारनाथ में 23, गंगोत्री में 03 और यमुनोत्री में 12 लोगों की जान गई है।
इनमें से सबसे अधिक 23 श्रद्धालुओं की केदारनाथ में मृत्यु हुई है। केदारनाथ में बीते 10 वर्ष में 350 यात्रियों की मौत हो चुकी है। जिसका प्रमुख कारण सीने में दर्द, बेचैनी और दिल का दौरा पड़ना से हुई।
यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक हुई है। यात्रा शुरू होने से लेकर अब तक मुख्यमंत्री 6 बैठकें कर चुके हैं। मुख्यमंत्री की ओर से यात्रा के लिए प्राधिकरण बनाने की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। इस पर काम किया जा रहा है।